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रात में सोने से पहले ब्रीथिंग एक्सरसाइज करें, इससे आपको डरावने सपने नहीं आएंगे
दिल की बीमारियां हमारे सपनों पर भी असर डाल सकती हैं। जब हमारी हृदय गति तेज हो या घबराहट महसूस हो, तो यह दिमाग पर असर डालता है और हम डरावने सपने देख सकते हैं। कई बार, ऐसे डरावने सपनों के बाद दिल की धड़कन और तेज हो जाती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ सकता है। यह समस्या इसलिए हो सकती है क्योंकि हमारे शरीर में तनाव और घबराहट बढ़ जाती है, जिससे नींद भी प्रभावित होती है।
मायो क्लीनिक की रिपोर्ट के मुताबिक रात को डरावने सपने आने से लोग डर, चिंता, बेचैनी या अनसेफ महसूस करते है. कई बार ये सपने इतने विचलित करने वाले हो सकते हैं कि अक्सर नींद टूट जाती है और वापस सोना मुश्किल हो जाता है. कभी-कभार आने वाले ऐसे सपने सामान्य माने जाते हैं, लेकिन जब वे बार-बार आने लगें और दिनचर्या पर असर डालने लगें, तब उन्हें नाइटमेयर डिसऑर्डर कहा जाता है.
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नींद की कमी बुरे सपनों का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकती है। जब हमें पूरी नींद नहीं मिलती, तो दिमाग का आराम ठीक से नहीं हो पाता और वह लगातार सक्रिय रहता है। इस कारण से हम सोते समय कई तरह के विचारों का सामना करते हैं, जो बाद में बुरे सपनों के रूप में हमारे सामने आते हैं। अगर हमारी नींद पूरी नहीं होती, तो दिमाग के अवचेतन हिस्से में उठती उथल-पुथल बुरे सपनों का कारण बन सकती है। इससे हमें रात में बार-बार डरावने सपने आते हैं, जिससे हमारा मन बेचैन और परेशान हो जाता है।
दवाओं के निर्देशों का पालन करें: दवा लेते समय डॉक्टर के बताए गए निर्देशों का ध्यान रखें। सही तरीके से दवाएं लेने से असर कम हो सकता है।
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कई बार दिन भर नेगेटिव विचार या फिर कई here व्यर्थ बातें सोचने की वजह से रात को ऐसा होता है,